भोपाल : 18/01/2024 : राजधानी के सरकारी अस्पतालों में अव्यवस्थाओं को लेकर आए दिन खबरें मिल रही हैं, शहर के सबसे बड़े सरकारी अस्पतालों में गिने जाने वाले कमला नेहरू में साफ-सफाई की कमी पाई गई, अस्पताल में जगह-जगह संक्रमित कचरा फैला हुआ दिखाई देता है | अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर कचरे का ढेर लगा है | सेकंड फ्लोर पर फर्श पर ही यूरिन फैला हुआ पाया गया जिसकी बदबू से वार्ड में रुकना दूभर हो रहा था | अस्पताल में जगह-जगह मरीज व उनके परिजन फर्श पर गंदगी के बीच बिस्तर लगाकर सोते हुए मिले | अस्पताल में इमरजेंसी के लिए न तो स्ट्रेचर मिला और न ही व्हील चेयर मिली | अस्पताल में आईसीयू वार्ड के बाहर लगभग 10 लोग बैठे हुए थे, रैंप पर चारों तरफ संक्रमित कचरा फैला था | यहीं पर एक बुजुर्ग महिला सहित तीन लोग संक्रमित कचरे के बीच बिस्तर लगाकर सोते पाए गए, पहले फ्लोर पर कुछ लोग सुबह ऑपरेशन के इंतज़ार में फर्श पर सोते हुए मिले | इधर काटजू अस्पताल में भी व्यवस्थाएं पूरी तरह से चरमराई हैं, काटजू में एंट्री गेट पर सुरक्षा गार्ड की तैनाती थी, अंदर इमरजेंसी विंग के बाहर कई पुरुष खड़े थे यहां अस्पताल के अंदर पुरुषों की एंट्री नहीं है | यानी वे महिलाएं जिनके साथ महिला अटेंडर नहीं होती उन्हें डिलेवरी के लिए अंदर अकेले ही जाना होता है, इस दौरान उनके पति या अन्य पुरुष अटेंडर होने की स्थिति में उन्हें अस्पताल के गेट पर ही खड़े रहना पड़ता है | अटेंडर साथ नहीं होने पर प्रसूताओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है |
|