भोपाल :( नुजहत सुल्तान ) ट्रेनों में इन दिनों अवैध तरीके से मौजूद वेंडरों ने लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ करने का सिलसिला पिछले कई महीनों से जारी कर रखा है | ट्रेनों में खराब क्वालिटी का पानी, समोसे बेचने की शिकायत मिलने पर कार्रवाई की गई थी बावजूद इसके अवैध तरीके से पानी बेचने के मामले फिर सामने आने लगे हैं | ट्रेनों में खराब क्वालिटी के समोसे से लेकर इंटरनेशनल ब्रांड्स से मिलते-जुलते नामों से पानी बेचा जा रहा है जिससे लोगों के स्वस्थ पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है | लेकिन अधिक मुनाफा कमाने की लालच ने इन वेंडरों की आंखो पर पर्दा डाल रखा है, इन्हें किसी की सेहत का कोई ख्याल नहीं | भारत टॉकीज ब्रिज से लेकर भोपाल स्टेशन के बीच बाउंड्रीवॉल नहीं होने से कई वेंडर अवैध तरीके से ट्रेनों में घुसकर ट्रेनों में खराब समोसे, दोयम दर्जे की पानी की बोतलें और नकली ब्रांड्स वाला सामान रख देते हैं | ट्रेनों में पहले से मौजूद इन अवैध वेंडरों के साथी इस समान को शाम तक ठिकाने लगाकर वापस लौट जाते हैं | अगर इन वेंडरों से कोई पूछताछ करता है तो वह पास के स्टेशन पर उतरकर भाग जाते हैं | अनधिकृत पानी के ब्रांड पर प्रति बोतल 5 से 7 रु. कमाई होती है, जबकि रेलनीर बेचने पर प्रति बोतल 2 से 3 रु. ही वेंडर को मिलते हैं | यही कारण है कि वैध वेंडर भी प्रयास करते हैं कि वह अधिक से अधिक खराब ब्रांड्स का पानी ही यात्रियों को बेच दें | अवैध वेंडरों के खिलाफ शिकायतें मिली हैं, आरपीएफ से पिन पॉइंट कार्रवाई करवाई जाएगी, रेल मंडल की टीमें भी लगातार सर्चिंग ऑपरेशन चला रही हैं इन अवैध वेंडरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी |
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