भोपाल : 05/02/2024 : आरटीओ भोपाल में रोजाना वाहनों के रजिस्ट्रेशन के लिए करीब 800 और परमानेंट ड्राइविंग लायसेंस (डीएल) और रिनीवल आदि के लिए हर दिन 550 कार्ड की आवश्यकता पड़ती है | यदि एक महीने के काम का हिसाब लगाया जाए तो इनकी कुल संख्या करीब 20 हज़ार तक पहुँचती है | यानि भोपाल जिले में गाड़ियों की खरीदी, ट्रांसफर और डीएल के लिए इतने कार्ड्स की जरूरत होती है | लेकिन आरटीओ का हर महीने 3 से 4 बार सर्वर डाउन होने की समस्या बनी रहती है जिससे रजिस्ट्रेशन कार्ड का 30% काम प्रभावित होता है | जिससे आम लोगों को परेशान होना पड़ता है | भोपाल सहित प्रदेश के चारों महासागरों, जबलपुर, इंदौर व ग्वालियर में सबसे ज़्यादा कार्य होते हैं | जहां सर्वर डाउन होते ही लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है | हालांकि, जनवरी के महीने में सिर्फ सर्वर डाउन ही नहीं, साथ में कार्ड की कमी के कारण भी आम जनता को परेशान होना पड़ा था | इसी तरह यदि इन्टरनेट कनेक्टिविटी के कारण काम प्रभावित होने का मामला देखे, तो छुट्टी के दिनों के बाद पहले दिन यह असर देखा जा सकता है | जैसे ही सर्वर पर लोड बढ़ता है, तुरंत इंटरनेट की रफ्तार कम हो जाती है और कार्ड बनने से लेकर अन्य प्रोसेस भी नहीं हो पातीं | वाहनों के रजिस्ट्रेशन के लिए वेरिफिकेशन, फाइल लॉगिन जैसे काम अटक जाते हैं, सर्वर डाउन होते ही डीएल की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाती, फोटो खिंचवाने से लेकर फिंगर प्रिंट लेने का काम प्रभावित होता है | एनआईसी के वाहन -4 व सारथी पर इन दिनों पूरे स्टेट के वाहनों से लेकर लायसेंस आदि के डेटा ट्रांसफर, उसके अपडेशन का काम चल रहा है मार्च अंत तक काम पूरा होने की उम्मीद है, उसके बाद अप्रैल महीने से लोगों की समस्याएं दूर हो सकेंगी |
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