भोपाल : 08/02/2024 :( नुजहत सुल्तान ) निगम के बड़े बकायादारों में पहले नंबर पर सैन्य क्षेत्र है, सेना पर 89.97 करोड़ रुपए की राशि बकाया है | इसी तरह दूसरा बड़ा बकायादार रेलवे है, जिससे 24 करोड़ से अधिक की राशि वसूली जानी है | वसूली में सुस्ती का आलम बीते 5 साल से देखा जा रहा है वसूली करने में ज़ोन का अमला पूरी तरह नाकाम साबित हो रहा है | भोपाल नगर-निगम सीमा में संचालित केंद्र और राज्य सरकार के 38 विभागों पर अब निगम की बकाया राशि का आंकड़ा 170 करोड़ 85 लाख 88 हज़ार रु. तक पहुँच गया है | ज़ोन स्तर पर वसूली करने वाले ज़ोन और वार्ड के प्रभारी भी नोटिस जारी करके खानापूर्ती कर रहे हैं | ज़ोन स्तर पर वसूली नहीं हो पाने के चलते अब निगम मुख्यालय से इन सभी सरकारी विभागों से टैक्स की राशि जमा कराए जाने के लिए पत्र लिखे जा रहे हैं | नगर-निगम की राजस्व शाखा से जुड़े अफसरों का कहना है कि वसूली के लिए मुख्यालय स्तर से कार्रवाई की जा रही है | जिसके तहत संचालनालय स्तर से भी संबंधित विभागों को पत्र के माध्यम से राशि जमा कराने के लिए कहा जा चुका है | खास बात यह है कि राजस्व वसूली के लिए शासन स्तर से पत्राचार किए जाने के बाद भी बकाया राशि का आंकड़ा कम नहीं हो पा रहा है | | वर्तमान वित्तीय वर्ष समाप्त होने से पहले अधिक से अधिक वसूली का लक्ष्य निर्धारित है, लेकिन वसूली के लिए निगम प्रशासन की कार्रवाई भी महज खानापूर्ती ही साबित हो रही है | सीधे कहें तो सरकारी विभागों पर बकाया सेवा प्रभार की राशि सख्ती से जमा कैसे हो पाएगी | इसका सीधा जवाब किसी के पास नहीं है |
|