भोपाल : 12/02/2024 :( नुजहत सुल्तान ) भेल प्रशासन टाउनशिप के लिए हर साल 30 करोड़ रुपए की बिजली विद्दुत कंपनी से खरीदता है, इसमें से एक तिहाई यानी 10 करोड़ की बिजली लंगड़ लगाने के कारण चोरी हो जाती है | इन बिजली चोरों के खिलाफ बिजली कंपनी कोई कार्रवाई नहीं कर रही क्योंकि भेल प्रशासन से राशि मिल जाती है, और भेल प्रशासन के पास इतने संसाधन नहीं हैं कि इन पर रोक लगाई जा सके, कार्रवाई न होने से बिजली करने वाले लोगों के हौंसले बढ़ रहे हैं | और शहर के अधिकांश इलाकों में हजारों लोग चोरी की लाइट जलाकर बिजली कंपनी का घाटा बढ़ा रहे है, जिससे ईमानदार उपभोक्ताओं को महंगी बिजली मिलती है | भेल क्षेत्र के जंबूरी मैदान और अन्ना नगर से लेकर टीटी नगर के बाणगंगा और पुराने शहर के काजी कैंप सहित शहर में कम से कम 70 ऐसे इलाक़े हैं जो बिजली चोरी के लिए बदनाम हैं | इन इलाकों में बिजली फाल्ट की शिकायतों से लोग परेशान होते हैं | इन इलाको में लोग खुलेआम बिजली लाइन पर लंगड़ डालकर बिजली चोरी कर रहे हैं | बिजली चोरों का दुस्साहस तो देखो 200-300 मीटर की बिजली लाइन से चोरी के लिए वे बांस का उपयोग बिजली पोल के रूप में कर रहे हैं | इसके अलावा मीटर से छेड़छाड़ कर बिजली चोरी करने वालों की तादाद भी कम नहीं है | बिजली चोरी रोकने के लिए कई तरह के तकनीकी प्रयोग किए जा चुके हैं, खुले तार के बजाय केबल बिछाई गई, ट्रांसफार्मर बदले गए, नए मीटर लगाए गए, लेकिन चोरी रुकने का नाम ही नहीं ले रही | इसके लिए चोरों के खिलाफ सख्ती बरतनी चाहिए बिजली चोरी रोकने के लिए ज़ोन स्तर पर अमला बढ़ाने की जरूरत है, यह अमला नियमित निगरानी करे और मौके पर सीधी कार्रवाई हो बार-बार बिजली चोरी करते पकड़ाए जाने पर कड़ी सज़ा होना चाहिए | तभी बिजली चोरी की घटनाओं पर लगाम लगने की संभावना है |
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