भोपाल : 13/02/2024 : निगम ने वित्त वर्ष में करीब 3200 करोड़ रु. का बजट बनाया था, उसमें से 11 महीने में बमुश्किल 1000 करोड़ रु. ही खर्च कर पाया है | निगम को अपने स्त्रोत से लगभग 370 करोड़ रु. मिले हैं | शहर में चल रहे विकास कार्यों का पेमेंट नहीं हो पा रहा है | निगम को महापौर निधि से लेकर पार्षद निधि तक के छोटे – छोटे काम करने वाले 400 कांट्रैक्टर और सप्लायर के 230 करोड़ रु. से अधिक का भुगतान करना है | कांट्रैक्टर को लगातार पेमेंट नहीं मिलने के कारण निगम के काम नहीं कर रहे हैं | आम जनता भूमि पूजन होने के बाद भी महीनों से काम शुरू होने का इंतजार कर रही है | सड़कों और नालियों के निर्माण जैसे 50 काम पिछले कई महीनों से अटके हुए हैं | इसी तरह के लगभग 100 काम ऐसे हैं, जिनके लिए कांट्रैक्टर नहीं मिल रहे जिस कारण सड़कें अधूरी पड़ी हैं | वार्ड 53 स्थित शनि मंदिर के पीछे वाले रोड का निर्माण पिछले साल अगस्त में शुरू हुआ था, कांट्रैक्टर ने करीब डेढ़ करोड़ रु. की लागत से 80% सड़क बना दी | जब पेमेंट के लिए बिल लगाए तो भुगतान नहीं हो रहा था | ऐसे में बीते दो महीने से निर्माण बंद है, अधूरी सड़क के कारण निकलना मुश्किल है लोग परेशान हैं | इसी तरह के हालात रोहित नगर के हैं, वहाँ की कॉलोनी के अंदर की सड़क का निर्माण होना है, लेकिन कांट्रैक्टर का पहले से लंबित भुगतान नहीं होने के कारण वह काम ही शुरू नहीं कर रहा है | ऐसे में लोगों को परेशानी हो रही है | कई बार दो पहिया वाहन चालक गिरकर घायल हो चुके हैं | इस संबंध में फ्रेंक नोबल-ए का कहना है कि वार्षिक बजट एक अनुमानक है, अभी फंड की परेशानी है इस कारण पेमेंट होने में दिक्कत हो रही है | मार्च की वसूली और लोक अदालत से जो राशि आएगी उसके बाद हालात सुधरने की संभावना है |
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