भोपाल : 16/02/2024 : मप्र में 1 करोड़ से अधिक परिवारों को हर महीने 1500 मीट्रिक टन शक्कर वितरित की जाती है, शक्कर खरीदी से लेकर वितरण में अनियमितताएं सामने आईं हैं | टेंडर के जरिए शक्कर 40.87 रु. किलो के हिसाब से खरीदी जा रही है | इस पर खर्चे के 7.03 रु. जोड़कर यह उपभोक्ता तक 47.90 रु. में पहुँचती है | हर साल यह खर्चा 8 करोड़ रु. हो रहा है | इस मामले में खाद्द नागरिक आपूर्ति विभाग में हड़कंप मचा हुआ है | खर्चा कैसे कम किया जाए, इसके लिए भारत सरकार की संस्थाओं से शक्कर के भाव पता लगाए गए तो जो शक्कर 40.87 रु. में टेंडर के जरिए खरीदी जा रही है, वह 37.50 रु. में मिल रही है | खर्च जोड़कर यह 42 रु. प्रतिकिलो तक पहुँच रही है | जबकि वर्तमान व्यवस्था में खर्चा 47.90 रु. तक है | यानी सीधे सीधे एक किलो पर 5 रु. अधिक वसूली हो रही | सालभर में 18000 मीट्रिक टन (1.80 लाख क्विंटल ) का 8 करोड़ रु. ज़्यादा, इससे सरकर को करोड़ों का नुकसान हो रहा है |
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