भोपाल : 22/2/2024 : शहर में मुसलमानों के लिए दुआएं कुबूल होने का पर्व यानी शब-ए-बारात 25 फरवरी को मनाया जाएगा | कहा जाता है कि इस रात लोगों की दुआएं रद्द नहीं की जाती | बंदा खुलूस के साथ जो भी दुआ अल्लाह से मांगता है वह कुबूल की जाती है | मस्जिदों व खानकाहों में बंदे इबादत करते हैं | इस रात जागकर ओरतें अपने घरों में दरुदे पाक, क़ुरआन पाक, की तिलावत करती हैं | कुछ लोग रातभर जागकर सुबह रोज़ा भी रखते हैं | बंदे दरगाहों व कब्रिस्तानों पर जाकर अपने पूर्वजों व परिजनों की कब्रों पर फातिहा और दरुदे पाक पढ़ते हैं | वहां से लौटकर अपने-अपने मोहल्लों की मस्जिदों में नमाज़े व कुरआन पाक की तिलावत करेंगे | यह सिलसिला सुबह तक जारी रहेगा जो भी बंदा इस रात अल्लाह से जो भी कुछ मांगेगा उसे इस रात मिल जाएगा | अपने लिए बख्शीश की रात है गुनाहों से तौबा करने की रात है | जो भी बंदा सच्चे दिल से अपने गुनाहों की तौबा करता है अल्लाह उसकी तौबा कुबूल कर उसके गुनाहों को बख्श देते हैं | शब-ए-बारात बड़ी फजीलत की रात है बंदे देश की खुशहाली व अमन शांती के लिए दुआएं मागेंगे |
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