भोपाल : 28/2/2024 : इंदिरा नगर कॉलोनी, ऐशबाग निवासी दिलीप सिंह राजपूत और रेलवे कॉलोनी कोच फैक्ट्री निवासी प्रदीप विश्वकर्मा ने मिलकर एमपी नगर ज़ोन-1 स्थित अलकनंदा कॉम्प्लेक्स में ऑफिस खोल रखा था | जालसाजों द्वारा लोगों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाखों की ठगी की गई है | 2020 में गोहरगंज, रायसेन निवासी कमल सिंह पटेल की दिलीप से मुलाक़ात हुई, तो दिलीप ने उसे बताया कि वह होमगार्ड में उसकी ज्वाइनिंग करा सकता है | जिसमें दो लाख रु. का खर्चा आएगा | ज्वाइनिंग तीन महीने के अंदर हो जाएगी | दिलीप की बातों पर भरोसा करके कमल पटेल ने अंकित पटेल और गाडरवारा, नरसिंहपुर निवासी सत्य लोधी से बात की, इसके बाद कमल पटेल ने 2-2 लाख रु. के हिसाब से 6 लाख रु. प्रदीप विश्वकर्मा के रेलवे कॉलोनी स्थित घर पर दिए | तीन महीने गुजर जाने के बाद भी जब उनकी ज्वाइनिंग नहीं हुई तो उन्होने दिलीप और प्रदीप से संपर्क किया | दोनों ने दो से तीन महीने में ज्वाइन कराने का फिर आश्वासन दिया | जब यह समय भी पूरा हो गया तो उन्होने अपनी रकम वापस मांगी | आरोपियों ने यह कहते हुए रकम देने से मना कर दिया कि ऐसा हमारे नियम में नहीं है | आप रकम वसूल सकते हो तो वसूलकर देख लो | इसी तरह दिलीप ने टीसी के पद पर ज्वाइनिंग कराने का लालच देकर मंडीदीप निवासी नेमीचंद लौवंशी और मानसिंह लौवंशी से बेटों को नौकरी दिलाने के लिए 4-4 लाख रु. ले लिए | तीन महीने की बात बोलकर कई महीनों तक ज्वाइनिंग नहीं होने पर पीड़ितों ने कहा तो दिलीप ने 3.50 लाख का एक चेक नेमीचंद को दिया तो उन्होने खाते में जमा किया जो बाउंस हो गया | इस संबंध में पीड़ितों ने थाने और अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई | इसके बाद कोर्ट में परिवाद प्रस्तुत किया गया कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने दिलीप राजपूत और प्रदीप विश्वकर्मा के खिलाफ धोखाधड़ी और अमानत में खयानत के तीन अलग-अलग केस दर्ज किए हैं |
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