भोपाल : 02/03/2024 : राजीव गांधी प्रौद्दोगिकी विवि का पैसा निजी खाते में डालने के मामले में राज्य शासन की जांच कमेटी द्वारा की जा रही छानबीन लगभग पूरी हो चुकी है | आरजीपीवी में बड़े पैमाने पर आर्थिक धांधली होने की संभावना जताई जा रही है | आरजीपीवी के सभी खातों का पिछले करीब आठ साल का री-कंसाईलेशन किया जा सकता है | साथ ही फॉरेंसिक ऑडिट होता है, तो बड़े पैमाने पर गड़बड़ी सामने आ सकती है | दरअसल, आरजीपीवी के पास करीब 800 करोड़ का कॉरपस फंड विभिन्न बैंक में जमा है | उधर, अखिल भारतीय विद्दार्थी परिषद (एबीवीपी) ने विवि परिसर में प्रशासनिक भवन के सामने तम्बू तान दिए | एबीपीवी के कार्यकर्ता अनिश्चितकालीन आंदोलन पर बैठ गए हैं | एबीपीवी ने जांच का दायरा बढ़ाने की मांग की है | ताकि पूरा सच सामने आ सके | साथ ही जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की जा सके | उल्लेखनीय है कि कौशल विकास संचालनालय के संचालक सोमेश मिश्रा, रानी दुर्गावती विवि जबलपुर के कुलपति प्रो. राजेश कुमार वर्मा और तकनीकी शिक्षा संचालनालय की वित्त सलाहकार पुष्पलता शेखर की तीन सदस्यीय कमेटी जांच कर रही है | जांच कमेटी ने शुक्रवार को तत्कालीन रजिस्ट्रार प्रो. आरएस राजपूत को बुलाकर करीब 6 घंटे तक पूछताछ की | पूछताछ के लिए तत्कालीन फाइनेंस कंट्रोलर ऋषिकेश वर्मा को भी बुलाया गया | छुट्टी पर चल रहे कुलपति प्रो. सुनील कुमार ने लिखित में जवाब भेजा है, रजिस्ट्रार को उनके रहते हुई कार्रवाई की फाइलें दिखाई गईं |
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