भोपाल : 02/03/2024 : सरकार ने उद्दामिता विकास केंद्र (सेडमैप) की स्थापना प्रदेश के युवाओं को रोजगार के लिए तकनीकी रूप से दक्ष बनाने के उद्देश्य से की थी | जिसके बदले संस्था का केंद्र और राज्य सरकार से करोड़ो रु. की ग्रांट मिलती है | लेकिन सेडमैप की एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर अनुराधा सिंघई ने अपने एनजीओ को लाभ पहुंचाने के लिए संस्था का एक ट्रेनिंग प्रोग्राम ही बंद कर दिया | राष्ट्रीय कृषि विस्तार प्रबंध संस्थान (मैनेज) द्वारा आयोजित किया जा रहा एग्री क्लीनिक्स एंड एग्री बिजनेस सेंटर (एसीएबीसी) प्रोग्राम सेडमैप की जगह मैडम का इंडो यूरोपियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (आईईसीसीआई ) ही चला रहा है | वहीं सेडमैप द्वारा सात ट्रेनिंग प्रोग्राम अनवरत चल रहे हैं | जिनके तहत कई तरह के कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया जा रहा है | यानी ये साफ है कि मैडम सिंघई ने उस ट्रेनिंग प्रोग्राम को सेडमैप में बंद करा दिया | जिसमें उनका एनजीओ सालों से काम करता आ रहा है | इतना ही नहीं मैनेज ने सेडमैप के उत्कृष्ट प्रदर्शन को देखते हुए 31 अगस्त 2021 को पूरे हो रहे एसीएबीसी बैच के ठीक एक दिन पहले 4 सितंबर 2021 से नए बैच के लिए भी अनुमति प्रदान कर दी थी इसके लिए मैनेज द्वारा संस्था को जरूरी संसाधन जुटाने और अभ्यर्थियों से आवेदन फार्म जमा करने के निर्देश दिए | मैनेज ने इसकी जानकारी तत्कालीन नोडल ऑफिसर के साथ सेडमैप की ईडी यानी अनुराधा सिंघई को भी मेल के द्वारा भेजी थी, लेकिन अंतिम समय में इस ट्रेनिंग को रोक दिया गया और इसके बाद कभी भी यह ट्रेनिंग आयोजित नहीं हो सकी | ईडी अनुराधा सिंघई और सेडमैप के अन्य कर्मचारियों से बातचीत के दौरान यह जानना चाहा कि वर्तमान में एसीएबीसी का नोडल ऑफिसर कौन है ? तो इसका जवाब किसी के पास भी नहीं था |
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