भोपाल : 04/03/2024 : वित्तीय वर्ष का अंतिम महीना यानि मार्च शुरू हो गया है, लेकिन राजस्व वसूली में हो रही ढिलाई के कारण इस बार फरवरी में सिर्फ 30.50 करोड़ रु. की राजस्व वसूली हो पाई है | जबकि पिछले साल फरवरी में ही 38 करोड़ रु. की वसूली हुई थी | इस बार की राजस्व वसूली पिछली फरवरी के मुक़ाबले 7.5 करोड़ रु. कम है | यही कारण है कि नगर-निगम की वित्तीय स्थिति बेहद खराब चल रही है | निगम के वरिष्ठ अधिकारी बार-बार राजस्व वसूली की रफ्तार बढ़ाने और इससे हालात सुधरने की बात कह रहे हैं | लेकिन हकीकत इसके बिल्कुल उलट है | दरअसल, बीते वर्षों में हर साल मार्च के महीने में शनिवार और रविवार सहित दूसरे सभी अवकाश के दिनों में भी नगर-निगम के वार्ड और ज़ोन कार्यालय सुबह से शाम तक खुलते थे | इस संबंध में निगम मुख्यालय की तरफ से बाकायदा आदेश जारी होते थे, लेकिन इस बा ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है | मैदानी अमला रहवासी इलाक़ों में निगम की तरफ से बकाया जमा कराने के लिए एनाउंसमेंट कराता था | यही नहीं मार्च के महीने में वार्ड और ज़ोन कार्यालयों के कर्मचारियों की छुट्टी रद्द कर दी जाती थी | ताकि काम में कोई परेशानी नहीं आए, लेकिन इस बार कार्यालयों में भी भीड़ नहीं है | इस संबंध में नगर-निगम के अपर आयुक्त पवन सिंह का कहना है कि वसूली पर पूरा ज़ोर है, लगातार निगरानी की जा रही है | मैदानी अमला भी पूरी तरह मुस्तैदी के साथ वसूली कर रहा है | मार्च शुरू हुआ है, बड़े बकायादारों से वसूली के लिए सख्ती की जा रही है |
|