भोपाल : 11/03/2024 :( नुजहत सुल्तान ) वित्त विभाग के नियमों के अनुसार सिर्फ टैक्सी कोटे के वाहनों को ही किराए पर लिया जा सकता है | लेकिन भोपाल के सीएमएचओ कार्यालय में अटैच वाहनों के फर्जी बिल लगाकर लाखों का भुगतान किया गया | ऐसे करीब 10 से अधिक वाहनों का फर्जी बिल लगाकर कभी भुगतान बढ़ाकर तो कभी घटाकर शासन को राजस्व नुकसान पहुंचाया जा रहा है | कागजों में लगे बिलों के अनुसार तो ये वाहन इनोवा क्रिस्टा, डिजायर और बोलेरो हैं | लेकिन जब इनके नंबरों की जांच की गई तो पता चला कि यह नंबर किसी डिजायर कार का नहीं बल्कि सतना में रहने वाले कंधीलाल सेन की सिटी 100 बाइक का है | जो कभी भोपाल आई ही नहीं | इसी तरह एक और बिल जिसमें 27 हज़ार रु. का भुगतान हुआ है इसमें जिस वाहन को डिजायर वाहन दिखाया गया है वह दरअसल जहांगीराबाद में रहने वाले अब्दुल रशीद के ऑटो रिक्शा का नंबर है | लेकिन सीएमएचओ दफ्तर में इसी नंबर पर सालों से वाहनों का भुगतान एक निजी टूर एंड ट्रेवल कंपनी को किया जा रहा है | कांग्रेस नेता पुनीत टंडन ने इसकी शिकायत लोकायुक्त सहित डिप्टी सीएम, मुख्य सचिव और स्वास्थ्य विभाग के आला अफसरों को की है | सीएमएचओ के डॉ. प्रभाकर तिवारी का कहना है कि हमारे यहां पूरा फुल प्रूफ सिस्टम है, पेमेंट जारी होने से पहले चार लोग इसे वैरिफाई करते हैं, बल्क में यहां गाड़ियां नहीं लगती बल्कि कुछ ही गाड़ियां लगती हैं | हो सकता है कुछ मामलों में क्लेरिकल मिस्टेक हो गई हो |
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