भोपाल : 13/03/2024 : हरदा की पटाखा फैक्ट्री में 6 फरवरी को हुए विस्फोट और इससे हुई मौत का कारण जाने के लिए एसआईटी की टीम ने करीब 35 दिनों तक जांच की और 55 लोगों से ब्लास्ट का कारण जानना चाहा, लेकिन कोई खास वजह सामने न आ सकी | 55 लोगों से सवाल जवाब के बाद भी टीम ने अपनी रिपोर्ट में तकरीबन वही पुराने कारणों का जिक्र किया जो ब्लास्ट के दूसरे दिन ही सामने आ गए थे | जांच रिपोर्ट में जो कारण सामने आए वो 35 पेज की रिपोर्ट में बताए गए जिसमें फैक्ट्री संचालन में बरती जा रही खामियों का जिक्र है | बताया गया है कि उत्पादन एवं लोडिंग - अनलोडिंग के दौरान हुए घर्षण से स्पार्किंग हुई होगी, बगैर प्रशिक्षण के श्रमिकों से पटाखे बनवाए जा रहे थे | फैक्ट्री में वायरिंग के लूज कनेक्शन मिले हैं, जिससे स्पार्किंग होने की आशंका जताई गई है | श्रमिकों के रहने की व्यवस्था फैक्ट्री परिसर में थी, खाना बनाने के दौरान चिंगारी से भी आग लग सकती है | एक्सप्लोसिव रूल्स का उल्लंघन करते हुए फैक्ट्री संचालित हो रही थी | नेशनल बिल्डिंग कोड के प्रावधानों का भी पालन नहीं किया जा रहा था | स्थायी फायर सेफ़्टी ऑफिसर की नियुक्ति नहीं की गई थी | रिपोर्ट में पुलिस, प्रशासन, एक्सप्लोसिव और श्रम से जुड़े अफसरों पर कार्रवाई की अनुशंसा भी की गई है |
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