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सरकारी दफ्तरों व कंपनियों में गाड़ी लगाने के नाम पर किराए पर गाड़ियां लेकर मालिकों को करोड़ो की चपत लगाने वाला संचालक फरार |

जबलपुर : 15/03/2024 : जबलपुर में सरकारी दफ्तरों व कंपनियों में गाड़ी लगाने के नाम पर ठगी करने का मामला उजागर हुआ है, दरअसल जबलपुर के रांझी इलाक़े की 20 से अधिक और आस-पास के जिलों की 5 करोड़ की करीब 40 कारें लेकर नर्मदा टूर एंड ट्रेवल्स का संचालक फरार हो गया | जिस संचालक को लोगों ने कार सौंपी थी उसने दो महीने के बाद कार मालिकों को करोड़ों की चपत लगा दी है | हैरत की बात तो यह है कि ट्रैवल्स मालिक को कोई जानता तक नहीं | कार का किराया अनुबंध जबलपुर निवासी मैनेजर पीयूष नायडू के नाम पर ही किया गया | ट्रैवल्स संचालक ने लोगों से कहा कि टैक्सी कोटा का नंबर नहीं चाहिए | किराए पर सिर्फ निजी नंबर वाली कार ही लगेंगी | लोगों को हर महीने 18 हज़ार रु. किराए की राशि खाते में भेजने का वादा किया | लगभग 20 से ज़्यादा कार तब तक किराए पर जा चुकी थीं | खास बात यह है कि जो अनुबंध स्टांप पेपर में हुए थे, उनमें कंपनी मालिक की जगह मैनेजर पीयूष नायडू को कार सौंपने की जानकारी दी गई | मैनेजर के हस्ताक्षर अनुबंध में नहीं थे | इस मामले में सिर्फ कार मालिक के साथ धोखाधड़ी नहीं हुई है बल्कि जो कार ट्रैवल्स वालों के पास थी, उनको गिरवी भी रखा गया | किसी वाहन की कीमत 15 लाख है तो उसे गिरवी रखकर 10 लाख रु. ले लिए | कुछ लोगों को अपना वाहन किसी दूसरे व्यक्ति के घर में मिला, क्योंकि वाहन की ओरिजनल रजिस्ट्रेशन बुक और इंश्योरेंस की कॉपी गिरवी रखते समय दी गई तो लोगों ने लाखों रु. कंपनी वालों को दे दिए | ऐसे तीन चार वाहन पुलिस ने जब्त भी किए हैं | बाद में वकीलों की मदद से लोगों ने अपना वाहन छुड़वा लिया | मामले की जांच शुरू कर दी गई है, कार मालिकों की शिकायत पर पुलिस इस ठगी के मास्टरमाइंड की तलाश में जुट गई है |

 

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प्रधान संपादक समाचार संपादक
सैफु द्घीन सैफी डॉ मीनू पाण्ड्य
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