भोपाल : 16/03/2024 : गांधी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) में दो जटिल ऑपरेशन दो अलग अलग प्रक्रिया के माध्यम से सफलतापूर्वक अंजाम दिए गए | दरअसल पेट दर्द से पीड़ित मरीज लतीफ़ ने हमीदिया अस्पताल के यूरोलॉजी विभाग में कुछ दिन पहले जांच कराई थी | जांच कराने के बाद हुए एक्सरे में सामने आया कि लतीफ़ की किडनी में तार फंसा हुआ है | डॉक्टर्स ने ऑपरेशन कर इंट्रावस्कुलर फॉरेन बॉडी रिट्रीवल इंटरवेंशनल प्रोसीजर के माध्यम से इसे निकालने का फ़ैसला किया | यह तार इससे पहले हुए ऑपरेशन के दौरान टूटकर किडनी के पास रह गया था | तार का हिस्सा टूटकर मरीज की गुर्दे की शिरा में फंस गया था | जो असहनीय पेट दर्द का कारण बना हुआ था, इसे सफलतापूर्वक निकाला गया | वहीं 59 वर्षीय ऊषा लंबे समय से यूरिन में ब्लड आने की समस्या से जूझ रही थी | यूरोलॉजी विभाग में जांच कराने पर पता चला कि कैंसर से उसका ब्लैडर सड़ चुका है | जांच के बाद रेडियो डायग्नोस्टिक विभाग ने पहली बार एलिएक आर्टरी एंबोलाइजेशन प्रोसीजर करने का निर्णय लिया | मरीज का रक्त स्त्राव बहुत अधिक हो रहा था, जिससे उसका हीमोग्लोबिन कम हो रहा था | मरीज की स्थिति गंभीर एवं जानलेवा थी | इस प्रोसीजर के माध्यम से रेडियो डायग्नोस्टिक विभाग द्वारा बिना चीरे एवं टांके के बिना मरीज को बेहोश किए सुई एवं कैथेटर के माध्यम से पुराने संक्रमित ब्लैडर की रक्त आपूर्ति को बंद कर दिया गया | इन दोनों जटिल ऑपरेशन के बाद दोनों मरीज पूरी तरह से स्वस्थ हैं |
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