भोपाल : 28/03/2024 : जहांनुमा होटल के संस्थापक 72 साल के नादिर रशीद शाही खानदान से ताल्लुक रखते थे, नादिर भोपाल रियासत के जनरल औबेदुल्ला खां के पोते और नवाब रशीदुर जफर के बेटे थे | नादिर को गोल्फ खेलने का शौक था, नादिर देश में घोड़ों की ब्रीडिंग के लिए भी जाने जाते हैं | उन्होने उत्तराखंड के नैनीताल स्थित शेरवुड कॉलेज से अपनी स्कूली शिक्षा और सिडेनहैम कॉलेज, बॉम्बे यूनिवर्सिटी से स्नातक की पढ़ाई की थी | नादिर के पुत्र फज़ल ने कहा कि पापा को प्रोस्टेट, शुगर, बीपी, पॉलिसाइथीमिया की परेशानी थी | वह ब्लड थिनर भी लेते थे पिछले तीन चार महीने से उन्हें डिप्रेशन था | बुधवार सुबह श्यामला कोठी स्थित बंगले पर 9 बजे वह बाथरूम में अपनी राइफल ले गए और खुद पर गोली चला ली | नादिर रशीद के इंतेकाल की खबर सुनकर भोपाल से ताल्लुक रखने वाला हर शख्स हैरान है | श्यामला कोठी और नादिर कॉलोनी में सन्नाटा पसरा पड़ा है | यहां की फिजा में खामोशी छाई हुई है | भोपाल के शाही खानदान के चश्मो-चिराग नादिर पिछले करीब 50 साल से औबेदुल्ला खां ट्रस्ट के जरिए गरीब बच्चों की तालीम के लिए स्कॉलरशिप दे रहे थे | बच्चों की मदद की खातिर इस ट्रस्ट का दफ्तर इब्राहीमपुरा में खोल रखा था | ट्रस्ट का संचालन ताज बिल्डिंग की आय से होता था | भोपाल को पहला हेरिटेज होटल देने का श्रेय भी नादिर को ही जाता है | उनके करीबी दोस्त व पड़ोसी आरिफ़ हसन ने बताया कि कुछ दिन पहले ही उनके घर पर खाना खाते वक़्त हमारी लंबी बातचीत हुई थी तब वह कफी खुशमिजाज़ अंदाज में मिले वे काफी मिलनसार इंसान थे |
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