भोपाल : 06/04/2024 : मेडिकल कॉलेजों में आयुष्मान योजना के तहत मिलने वाले इंसेंटिव को लेकर मची खींचतान अब खत्म होने की संभावना है | गौरतलब है कि प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों में इंसेंटिव के पैसे से दूसरे काम करवा लिए गए | गांधी मेडिकल कॉलेज में ही डॉक्टर्स को उनका इंसेंटिव करीब दो साल से नहीं मिल पाया है | इसी तरह और दूसरे कॉलेजों की स्थिति भी यही बनी हुई है | लेकिन अब चिकित्सा शिक्षा विभाग ने लगातार हो रही शिकायतों के चलते इंसेंटिव बंटवारे की नई पॉलिसी बनाई है | वहीं अब नया सॉफ्टवेयर भी तैयार किया जा रहा है | ताकि डॉक्टर्स को मिलने वाला इंसेंटिव सीधे डॉक्टर्स के खातों में ही पहुंचे | इससे पहले इंसेंटिव की राशि कॉलेज के अकाउंट में जाती थी, इसके चलते नोडल अफसर बनाकर खींचतान होती थी | खास बात यह है कि ऑटो डेबिट योजना के तहत इंसेंटिव बटने से डॉक्टर्स में बेहतर इलाज और सर्जरी के लिए मोटिवेशन आएगा | और वे और अधिक एनर्जी के साथ काम कर पाएंगे | पहली बार यह व्यवस्था चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधीन सभी मेडिकल कॉलेजों के लिए लागू की जा रही है | सॉफ्टवेयर का ट्रायल रन चल रहा है जल्द ही इसे लागू किया जाएगा |
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