भोपाल : 15/04/2024 : पीरगेट निवासी 21 वर्षीय सुरभि विश्वकर्मा ने बताया कि मेरे पिता ने 2021 में अपनी पैतृक संपत्ति बेचकर पार्टनरशिप में लगभग 50 लाख रु. लगाकर जय भोले फाइनेंस कंपनी की शुरुआत की थी | सुरभि का आरोप है कि उसके पिता मनोज विश्वकर्मा ने अपने बिजनेस पार्टनर मुकेश राठौर द्वारा उन पर बनाए जा रहे दबाव के कारण घर में आत्महत्या कर ली थी | पिता की मौत के बाद उनके बिजनेस पार्टनर ने उन्हें बिजनेस से बेदखल कर दिया था | जिसके बाद से अब वो पिता को न्याय दिलाने के लिए कार्यालयों में गुहार लगा रही हैं | उन्होने कहा कि थाना कोतवाली, आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ, जीएसटी कार्यालय सहित कई अन्य विभागों में जय भोले फाइनेंस कंपनी में हुई अनियमितताएं और टैक्स चोरी की सभी जानकारियां दीं, एक साल से पिता को न्याय दिलाने के लिए दफ्तरों के चक्कर काट रही हूं | लेकिन इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही है | वहीं जय भोले फाइनेंस कंपनी के संचालक मुकेश राठौर का कहना है कि मनोज विश्वकर्मा मेरे पार्टनर नहीं थे, उन्हें मैंने नौकरी पर रखा था | वे करीब सात साल तक मेरे साथ अमरनाथ दर्शन करने गए | कई बार पैसों की ज़रूरत पड़ने पर मैं उनकी मदद करता था | इसी दौरान लॉकडाउन में उनकी नौकरी चली गई, तो मैंने उन्हें अपने पास नौकरी पर रख लिया था | नौकरी के दौरान उन्होने गलत तरीके से बाजार में मेरे 70 लाख रु. लोगों में बाँट दिए | यह पैसा बाजार से मिल नहीं पा रहा था, जिस कारण वे दबाव में आ गए थे | उन्होने कपड़े का काम भी शुरू किया था, जिसमें वह उलझ गए और उन्होने आत्महत्या कर ली | मुकेश ने कहा कि मेरे ऊपर लगाए गए सभी आरोप झूठे हैं | मैं हर साल नियमित टैक्स भरता हूं और मैं अपने सभी काम सही तरीके से करता हूं |
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