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सड़क निर्माण में की गई इंजीनियरों की लापरवाही बन रही हादसों का सबब 15 महीने में भोपाल में 221 लोगों की सड़क हादसों में मौत |

भोपाल : 17/04/2024 :( नुजहत सुल्तान )  भोपाल ट्रैफिक पुलिस के ताज़ा विश्लेषण में सामने आया है कि राजधानी में बीते 15 महीनों में 221 लोग सड़क हादसों का शिकार होकर अपनी जान गवा बैठे हैं | अधिकतर हादसों का कारण सड़क निर्माण में की गई इंजीनियरों की लापरवाही सामने आई है | अधिकतर हादसे ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने, ओवरस्पीड और सड़कों के खराब इंजीनियरिंग के कारण हुए हैं | इनमें सबसे अधिक 106 मौत दो पहिया वाहन चालकों की हुई हैं, 2022 में मौत का ये आंकड़ा 90 था | यह स्थिति तब है जब सुप्रीम कोर्ट ने सड़क हादसों में कमी लाने और उनमें होने वाली मौतों को 50 फीसदी तक कम करने के निर्देश वर्ष 2015 में सभी राज्यों को दिए थे | हर सड़क हादसे का अलग कारण होता है, इसकी मॉनिटरिंग थाना स्तर पर की भी जाती है | भोपाल में तेज़ रफ्तार में वाहन चलाना, ट्रैफिक नियमों का पालन न करना, हादसों का कारण बनते हैं | एक सबसे बड़ा कारण शराब पीकर वाहन चलाना भी है, जिसमें अधिकतर दो पहिया वाहन चालकों को नुकसान होता है | भोपाल पुलिस कमिश्नरेट की ट्रैफिक पुलिस ने 2023 के आंकड़ों के साथ वर्ष 2024 के तीन महीनों को भी जोड़ा है, 2024 का ये तिमाही डेटा पुलिस ट्रेनिंग एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट (पीटीआरआई) को भी भेजा जा रहा है | प्रदेश के सभी जिलों से आए ऐसे ही आंकड़ों के आधार पर पीटीआरआई पूरे साल का डेटा तैयार करता है | फिर शहरों के इन्फ्रास्ट्रक्चर और अन्य तकनीकी माध्यमों को सुधारने की कवायद की जाती है | मकसद ये है कि सड़क हदसों और उनमें होने वाली मौतों में कमी लाई जा सके |

 

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