भोपाल : 18/04/2024 :( नुज़हत सुल्तान ) राजधानी में सड़कों की सफाई के लिए प्रेशर मशीन का उपयोग किया जा रहा है जो वाहन चालकों के लिए परेशानी का सबब बन रहा है | प्रेशर मशीन से सफाई करने पर उड़ने वाली धूल से लोगों को काफी दिक्कत पेश आ रही है | कांट्रैक्टर अपना काम कम समय में करने के चक्कर में लोगों को तकलीफ दे रहे हैं | उनको इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि प्रेशर मशीन से सड़कों की सफाई करने पर उड़ने वाली धूल से वाहन चालकों को कितनी परेशानी होगी वह बस अपना समय बचाने में लगे हुए हैं | सड़कों पर प्रेशर मशीन से सफाई होने पर जो धूल का गुबार नज़र आता है वह किसी आंधी से कम नहीं होता ऐसे में लोगों को न तो रास्ते पर आ रहे वाहन नज़र आते हैं और न ही सांस लेते बन त है | पिछले कुछ दिनों से ऐसी ही परेशानी एमपी नगर में लोगों को पेश आई है | बुधवार को भोपाल हाट के पास दोपहर 11:30 बजे लोगों को एक बार फिर इस परेशानी का सामना करना पड़ा | यहां सड़क का पैच वर्क पीडब्ल्यूडी द्वारा कराया जा रहा है | पीडब्ल्यूडी के जिम्मेदारों से इस संबंध में बात की गई तो उन्होने इसका कोई विकल्प नहीं होने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया | जिम्मेदार अगर लोगों की परेशानी को समझते हुए प्रेशर मशीन से धूल उड़ाने का काम दिन के बजाय रात में करें तो लोगों को परेशानी से बचाया जा सकता है, लेकिन अधिकारीयों का कहना है कि रात के समय ठीक ढंग से मॉनिटरिंग संभव नहीं हो पाती | वहीं अधिकारी रात के समय निर्माण की गुणवत्ता कमजोर होने की बात भी कह रह हैं | उनका कहना है कि रात के समय शहर में भारी वाहनों का आना जाना शुरू हो जाता है, ऐसे में काम करना आसान नहीं होगा | वहीं रात में काम करने के लिए यातायात पुलिस और प्रशासन से अलग से अनुमति लेनी होती है | रात के समय लेबर भी आसानी से नहीं मिलती, वह भी दिन के मुक़ाबले कम ही काम करती है | ऐसे में कांट्रैक्टर को रात में काम कराना महंगा पड़ता है | यही कारण है कि पैचवर्क का काम दिन के समय ही कराया जाता है |
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