ब्रेकिंग न्यूज़ मुंबई : सलमान खान के घर फायरिंग के आरोप में गिरफ्तार आरोपी हिरासत में फंदे पर लटका मौत |                खंडवा : मार्कशीट में जन्मतिथि देखकर प्रेम विवाह करने वाली लड़की निकली नाबालिग प्रेमी गिरफ्तार |                 दतिया : डायनामाइट में पत्थर मारते ही विस्फोट, दो युवकों की मौत |                इंदौर : फर्जी बिल कांड में तीन कर्मचारी बर्खास्त |                इंदौर : कांग्रेस नेता मनोज सुले ने अपने कोल्ड स्टोरेज में फांसी लगाकर की अत्महत्या |                रतलाम : गला दबाकर पत्नी की हत्या कर आत्महत्या दिखाने के लिए मुंह में डाला जहर |                आलीराजपुर : शादी में जा रहे 2 भाइयों की ट्रक की चपेट में आने से मौत |                राजगढ़ : जंगल में पेड़ पर लटका मिला 72 दिन से गायब युवक का कंकाल |                झाबुआ : साड़ी के फंदे में फर्श पर मिला युवक का शव, हत्या की आशंका |                  
देशभर में टीबी की दवाओं के सिर्फ 3-4 निर्माता हैं, उनके पास भी पर्याप्त स्टॉक खत्म होने से मप्र में नहीं हो पाई दवाओं की सप्लाई 60 हज़ार मरीज प्रभावित |

भोपाल : 24/04/2024 : देशभर में पहली बार ऐसा हुआ है जब टीबी की दवाएं खत्म हो गई हैं, जिससे करीब 60 हज़ार से अधिक लोगों को दवाएं नहीं मिल पा रही हैं | मप्र में टीबी की दवाएं सरकारी अस्पतालों में करीब तीन महीने से नहीं आई हैं, राज्य के अफसरों का कहना है कि केंद्र सरकार से ही दवाएं उनके पास सप्लाई नहीं हुई हैं | दवा नहीं मिलने पर राज्य ने मप्र हेल्थ कॉर्पोरेशन के माध्यम से दवाओं के लिए वर्कऑर्डर जारी किया है | टीबी की दवा वाली 20 हज़ार स्ट्रिप मुंबई से मंगवाई हैं, जो भोपाल पहुँच गई हैं | राज्य टीबी अधिकारी के अनुसार पहली बार जेम पोर्टल से टीबी की दवाओं की लोकल पर्चेस करने के लिए कहा गया है | भारत में टीबी दवाओं के निर्माता सिर्फ 4 हैं, लेकिन उनके पास भी दवाओं का पर्याप्त स्टॉक खत्म हो गया है | कई राज्यों ने कंपनियों से संपर्क किया तो कंपनियों के पास भी टीबी की दवाओं का पर्याप्त स्टॉक नहीं था, जिससे राज्य टीबी की दवाएं खरीदने में असफल रहे | महाराष्ट्र सरकार ने 1.6 करोड़ रु. का विशेष बजट स्वीकृत किया, पर उसे टीबी की दवा सप्लाई करने वाला थोक विक्रेता नहीं मिल पाया | टीबी के मरीजों को चार दवाओं की निश्चित खुराक 4 एफडीसी, और 3 एफडीसी दी जाती है, जिसमें आइसोनियाजिड, रिफैम्पिसिन, एथमबुटोल, पाइराजिनामाइड निश्चित खुराक कॉम्बिनेशन के रूप में उपयोग होती है | लेकिन प्रदेश के 95% सरकारी अस्पतालों में ये दवाएं भी नहीं है | टीबी अस्पताल पहुंचे लोगों को पर्चे पर जो दवाएं लिखकर दी जा रही हैं, वह बच्चों को दी जाने वाली दवाएं हैं जिसका ओवरडोज़ लेने की सलाह दी जा रही है |

 

Advertisment
 
प्रधान संपादक समाचार संपादक
सैफु द्घीन सैफी डॉ मीनू पाण्ड्य
Copyright © 2016-17 LOKJUNG.com              Service and private policy              Email : lokjung.saify@gmail.com