भोपाल : 26/04/2024 : राजीव गांधी प्रौद्दोगिकी विश्वविद्दालय (आरजीपीवी) का पैसा निजी खातों में जाने के मामले के आरोपी तत्कालीन कुलपति प्रो. सुनील कुमार, रजिस्ट्रार डॉ. आरएस राजपूत और फाइनेंस कंट्रोलर के समय यानी पिछले वित्तीय और इसके पूर्व विभिन्न खरीदी प्रक्रिया से संबंधित प्रकरण व देयकों का निपटारा भी होना है | इसके लिए यूनिवर्सिटी ने 6 जिम्मेदार अधिकारी नियुक्त किए हैं | इसमें यूआईटी डाइरेक्टर डॉ. एस.एस भदौरिया, प्रो. एससी चौबे, यूआईटी शिवपुरी डायरेक्टर डॉ. राकेश सिंघई सहित अन्य अधिकारी शामिल हैं | विवि में फाइल्स मूवमेंट के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर (एसओपी) जारी किया है | अब तक विवि में कोई लिखित में प्रोसिजर नहीं था | इसके अलावा वित्तीय अनियमितताओं के कारण यूनिवर्सिटी प्रशासन ने अकाउंट सेक्शन के ज़रिए होने वाले कामों जैसे यूनियन बैंक के खाते में आने वाली फीस, बैंक चेक इश्यू रजिस्टर, एडवांस रजिस्टर रखरखाव, ई-टेंडर लेखा प्रभाग में प्राप्त चेक, अधिकारी, फ़ैकल्टी आदि के वेतन, टीए, डीए, एवं मानदेय जैसे कामों को 16 भागों में बाँट दिया है और इसकी ज़िम्मेदारी 40 से अधिक अधिकारियों को सौंपी गई है | इसमें प्रशासन ने यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉंजी, यूनिवर्सिटी पॉलिटेक्निक की सीनियर फ़ैकल्टी को भी ज़िम्मेदारी दी है | सिर्फ एक सेक्शन में इतनी बड़ी संख्या में वर्क फोर्स लगाने के लिए पीछे का कारण वित्तीय अनियमितताओं के मामले में राज्य शासन की उच्च स्तरीय समिति की जांच है |
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