भोपाल : 23/07/2024 : पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर पैचवर्क के नाम पर खानापूर्ति करने में लगे हैं | सामान्यत: किसी भी जगह पैचवर्क करने से पहले गड्ढों में भरा पानी निकालना जरूरी होता है उसके बाद ही पैचवर्क किया जाना चाहिए, लेकिन पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों ने पैचवर्क में लापरवाही बरतते हुए बिट्टन मार्केट से सात नंबर को जाने वाली सड़क पर करीब डेढ़ फीट गहरे और लंबे गड्ढो से पानी निकाले बिना ही उनमें डामर गिट्टी का मिक्स मटेरियल डाल दिया | अब ये पैचवर्क कितने दिन टिकता है ये तो समय आने पर पता चल ही जाएगा | जिस तरह से यहां पर पैचवर्क किया गया है उसे देखकर आसपास के लोगों का तो यही कहना है कि अगर अमला थोड़ी मेहनत करके गड्ढों में भरा पानी निकाल लेता और फिर गड्ढों को सूखने के बाद यहां पैचवर्क किया जाता तो निश्चित ही ये पैचवर्क बारिश के बाकी बचे एक डेढ़ महीने तक ज़रूर चल जाता लेकिन जिस तरह यहां पैचवर्क किया गया है ऐसे हालात में तो ये दो दिन चलेगा या दो महीने ये कह पाना मुश्किल है | इस मामले में पीडब्ल्यूडी के एई एएस रघुवंशी का कहना है कि बारिश में सड़क के गड्ढो को अस्थाई रूप से भरने के लिए जीरा गिट्टी और कोल्ड इमल्शन का उपयोग करते हैं | इसका मिक्सर पानी वाली सतह पर सीधे डाला जाता है | यह अस्थाई व्यवस्था होती है, इससे न सिर्फ वाहन चालकों को गड्ढों से राहत मिलती है बल्कि सड़क अधिक टूटने से भी बच जाती है |
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