भोपाल : 12/08/2024 : भोपाल रेलवे स्टेशन का 17 करोड़ रु. से रिडेवलपमेंट हुआ है, इन पैसों से रेलवे ने कई सारी यात्री सुविधाओं की शुरुआत की, हालांकि इनमें से किसी भी सुविधा का लाभ यात्रियों को नहीं मिल रहा है | प्लेटफार्म नंबर एक की एंट्री पर ही एक बड़ा सा लाउंज बना हुआ है जिसमें एक बेबी केयर रूम भी बनाया गया है, जिस पर महीनों से ताला लटक रहा है | जिस कारण नवजातों के साथ सफर करने वाली महिलाओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है | ऐसा ही नजारा शनिवार रात को 10:30 बजे देखने को मिला जब महिला यात्री अपने नवजातों के साथ बेबी केयर रूम के पास फर्श पर बैठी ट्रेन का इंतेजर कर रही थी | तमाम कोशिशों के बाद भी उनके लिए बेबी केयर रूम के ताले नहीं खुल पाए | जब इस संबंध में रेलवे पूछताछ केंद्र में बैठी महिला कर्मी से पूछा कि छोटे बच्चों के लिए परिसर में क्या सुविधा है ? पहले तो उन्होने ऐसी किसी भी सुविधा होने से ही इंकार कर दिया फिर बाद में कहा कि तीन नंबर रूम में जाकर पता करिए | जब महिला उस रूम में गई तो उसे उप स्टेशन प्रबंधक अनिल कुमार शर्मा बैठे मिले, महिला ने पूछा नवजात बच्चों के साथ यात्रा करने वाली महिलाओं के लिए परिसर में कोई सुविधा उपलब्ध है ? तो वे झुंझलाते हुए बोले यहाँ ऐसी कोई सुविधा नहीं है | उन्होने महिला को वेटिंग रूम में जाकर रुकने को कहा, लेकिन वेटिंग रूम ठसाठस हो रहा था तो महिला को मजबूरी में प्लेटफार्म के फर्श पर ही बैठना पड़ा | इस मामले में रेलवे के पीआरओ नवल अग्रवाल का कहना है कि बेबी केयर रूम खुला छोड़ दिया जाए तो उसे यात्री गंदा कर देते हैं | इसलिए उसमें ताला लगाकर रखते हैं, लेकिन जिस किसी यात्री को इसकी सुविधा चाहिए होती है तो वह कर्मचारी से संपर्क कर सुविधा ले सकता है | यदि उप स्टेशन प्रबंधक ने बेबी केयर रूम होने से मना किया है तो उस पर उचित कार्यवाही की जाएगी |
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