भोपाल : 26/08/2024 : भोपाल डेवलपमेंट अथॉरिटी (बीडीए) के बाबू तारकचंद दास लीज रिन्यू के नाम पर 40 हज़ार रु. की रिश्वत लेते तीन दिन पहले लोकायुक्त के चंगुल में फंस गए थे | लोकायुक्त तारकचंद दास की बेनामी संपत्तियों का भी ब्योरा जुटा रही है | जांच अधिकारी नीलम पटवा का कहना है कि दास को बीते 6 महीने में राजस्व शाखा से जुड़े कितने प्रकरण सौंपे गए हैं, और उनमें क्या निराकरण हुआ इस संबंध में सीईओ बीडीए से जानकारी मांगी जा रही है | बीडीए में चल रहे बाबूराज में राजस्व से जुड़े 400 से अधिक प्रकरण ऐसे हैं, जिनका 6 महीने से निराकरण नहीं हुआ है | क्योंकि यहां राजस्व, अतिक्रमण जैसे अन्य मलाईदार प्रभार भी बाबुओं के पास ही हैं | 24 साल से यहां कोई नई भर्ती नहीं हुई इसलिए डिप्टी कलेक्टर के बाद बाबू ही बचे हैं | बीडीए में सीईओ से चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी तक 271 अधिकारी-कर्मचारियों की सेंक्शन स्ट्रेंथ है, फिलहाल 60 अधिकारी कर्मचारी बचे हैं और इनकी भी औसत आयु 57 वर्ष हो चुकी है | यानी अगले दो साल में 50% कर्मचारी रिटायर हो जाएंगे पुराने कर्मचारियों को आईटी से जुड़ी तकनीकी जानकारी कम है, इसलिए यहां ऑनलाइन सिस्टम भी डेवलप नहीं होने दिया जा रहा है | सेंक्शन पदों में यहां एडिशनल सीईओ प्रशासकीय अधिकारी, अतिक्रमण प्रभारी, राजस्व प्रभारी, रेवेन्यू इंस्पेक्टर, तहसीलदार जैसे पद खाली पड़े हैं | यहां महज बाबुओं का राज चल रहा है |
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