भोपाल : 14/09/2024 : जयप्रकाश अस्पताल की बकाया राशि जमा नहीं करने वाले कांट्रैक्टर को हमीदिया प्रबंधन ने पार्किंग का जिम्मा सौंप दिया है जबकि हमीदिया में भी कांट्रैक्टर पर 22 लाख रु. की राशि बकाया है | बावजूद इसके हमीदिया प्रबंधन कार्यवाही करना तो दूर पार्किंग में चल रही गुंडागर्दी भी नहीं रोक पा रहा है | हमीदिया में 17 लाख रु. पार्किंग शुल्क और 5 लाख रु. बिजली बिल के बकाया हैं | इसके अलावा पार्किंग स्टाफ द्वारा गुंडागर्दी करके वसूली करने की भी शिकायतें हैं | इस सबके बावजूद हमीदिया अस्पताल प्रबंधन कांट्रैक्टर पर मेहरबान हैं | बकाया राशि जमा कराने सहित पार्किंग में व्यवस्था बनाने के नाम पर सिर्फ नोटिस देकर खानापूर्ति की जा रही है | ऐसे हालात यहां बीते तीन साल से हैं, लेकिन पार्किंग के नाम पर अवैध वसूली और स्टाफ की गुंडागर्दी पर कोई रोक नहीं लगा पा रहा है | हालांकि प्रबंधन का कहना है कि उनके द्वारा हर बार कांट्रैक्टर को नोटिस दिए गए हैं नोटिस की तारीख निकलने के बाद आगे की कार्यवाही करने की बात अस्पताल प्रबंधन ने कही है | अस्पताल प्रबंधन जल्द नए कांट्रैक्टर को काम देकर अस्पताल में पार्किंग से संबंधित सभी समस्याओं को भी दूर कराने की बात कह रहे हैं | यहां आए लोगों ने बताया कि अवैध वसूली करने वाले लोग जबरन गाड़ी उठाकर 500 रु. ले लेते हैं | इतना ही नहीं वाहन का लॉक तोड़कर उठाकर मल्टीलेवल पार्किंग में ले जाते हैं वाहन मालिक जब गाड़ी खोजता हुआ वहां पहुंचता है तो पार्किंग स्टाफ उससे 500 रु. लेकर ही गाड़ी छोड़ते हैं | इसी तरह पार्किंग शुल्क को लेकर भी मनमानी चल रही है लेकिन अस्पताल प्रबंधन मरीजों और उनके परिजनों के हित में कोई कदम नहीं उठाते | यही कारण है कि पार्किंग में कांट्रैक्टर के स्टाफ की मनमानी लगातार जारी है | इधर पार्किंग कांट्रैक्टर का कहना है कि अस्पताल प्रबंधन तो अब तक पार्किंग के लिए पर्याप्त स्थान ही नहीं दे पाया है | टेंडर के समय जो विभाग पार्किंग बिल्डिंग के सामने चल रहे थे, वह दो साल पहले नीचे की तरफ शिफ्ट कर दिए गए हैं | उन पर वर्तमान में किसी भी तरह की राशि बकाया नहीं है इसके लिए उन्हें कभी कोई नोटिस नहीं मिला | पार्किंग स्टाफ द्वारा गुंडागर्दी किए जाने की बात भी झूठी है सभी आरोप झूठे हैं | कांट्रैक्टर ने कहा कि हमें तो अस्पताल में यदि पार्किंग के लिय पर्याप्त जगह मिल जाती तो शायद पार्किंग का संचालन ठीक से हो पाता हम तो शुरुआत से ही घाटे में पार्किंग का संचालन कर रहे हैं |
|