भोपाल : 19/09/2024 : मप्र के पुलिस जवानों के रहने के लिए 2019 में बालाघाट कनकी में बनाए गए 56 आवास उद्घाटन से पहले ही बाढ़ की चपेट में आ गए | इसका मुख्य कारण अफसरों द्वारा बरती लापरवाही है, क्योंकि, अफसरों ने इन्हें नदी के फ़्लड लेवल से 2 मीटर नीचे से बनाने की अनुमति दे दी जबकि अफसरों की जानकारी में था कि जहां आवास बन रहे हैं वहाँ बाढ़ का पानी एक मीटर तक भर जाता है बावजूद इसके आवास का निर्माण शुरू कर दिया और पहली बारिश में ही ग्राउंड फ्लोर के सभी 56 निर्माण एक मीटर तक डूब गए | जांच हुई तो पकड़े जाने के डर से सिर्फ आर्किटेक्ट पर आरोप मढ़कर 56 आवासों के लिए दूसरा प्रोजेक्ट तैयार कर इन्हें दूसरी जगह बनाया गया | इससे बजट करीब 9 करोड़ रु. और बढ़ गया | 2023 में वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा और लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव ने मुख्य परियोजना यंत्री जेपी पस्तोर के खिलाफ कार्यवाही के लिए पत्र लिखा पर कोई कार्यवाही नहीं की गई | जांच में सामने आया कि कंसल्टेंट ने अपनी ज़िम्मेदारी नहीं निभाई इस कारण 56 आवासों में पानी भरने की स्थिति बनी | इन आवासों को दूसरी जगह बनाकर प्रोजेक्ट पूरा कर लिया गया है, लेकिन जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई आर्किटेक्ट से की जाएगी |
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