भोपाल : 23/09/2024 : शहर के पार्किंग एरिया में वसूली का खेल अब नए तरीके से खेला जा रहा है, पहले जहां पार्किंग कराकर अवैध वसूली की जा रही थी, वहीं अब फल सब्जियों के ठेले लगवाकर व्यापारियों से हर महीने डेढ़ लाख रु. से अधिक की कमाई की जा रही है | हैरत की बात तो यह है कि ऐसा करने वाले नगर निगम के अफसर ही हैं | वसूली का बाद कारोबार शहर के बिट्टन मार्केट में देखा जा रहा है, कुछ दिन पहले बिट्टन मार्केट में नगर-निगम के अफसरों ने जिस जगह अवैध पार्किंग चलाने वालों पर छापेमार कार्यवाही की थी, उसी जगह अब ठेले लगवाकर व्यापारियों से 100 से 300 रु. तक की वसूली की जा रही है | यहां सप्ताह में 3 दिन हाट बाजार लगता है इसी दौरान पार्किंग एरिया में ठेले भी लगवाए जा रहे हैं | यहां तो आधे शहर की पार्किंग व्यवस्था संभालने वाले ज़ोनल अधिकारी द्वारा खुद के ज़ोन में ही उगाही करा रहे हैं | यहां हाट बाजार की पार्किंग में विक्की नाम का युवक ठेले लगवाता है, फिर एक 29 दिवसीय कर्मचारी फैजल के साथ मिलकर 100 से 300 रु. की वसूली करता है | वसूली की पूरी राशि जेडओ के पास जमा होती है | बदले में विक्की को कमीशन मिलता है | इस पूरे मामले में नगर निगम के वरिष्ठ अफसरों का कहना है कि अवैध वसूली करने वालों पर नियमित रूप से कार्यवाही की जा रही है | फेजल का कहना है कि हाट बाजार के बाहर पार्किंग की जगह पर ठेले लगते हैं, यहां ठेले लगाने वालों ने ही बोल रखा है कि यहां वाहनों की पार्किंग मत होने दीजिए हम इसकी राशि दे दिया करेंगे | यह सही है कि ठेलों से राशि की वसूली की जा रही है, लेकिन पूरा पैसा ऑफिस में जमा कराया जाता है मुझे ज़ोनल अधिकारी ने ही यहां की ज़िम्मेदारी दे रखी है | फैजल ने बताया कि बाकी दिन के समय मैं ऑफिस की डाक से संबंधित काम करता हूं | विक्की ने कहा कि हाट में निगम कर्मचारी ही ठेले लगवाते और वसूली करते हैं, मैं तो यहां ठेलों की चौकीदारी करता हूं जिसके बदले ठेले वाले मुझे 20-30 रु. देते हैं | हम तो प्राइवेट आदमी हैं, साथ में जो निगम का कर्मचारी रहता है वही पैसे ले जाता है पहले जब तहबाजारी शुल्क वसूली का ठेका होता था, उस समय जरूर हमारे द्वारा वसूली की जाती थी वर्तमान में हमारे द्वारा किसी भी तरह का वसूली कार्य नहीं किया जा रहा है | कमिश्नर हरेंद्र नारायण का कहना है कि पार्किंग एरिया में ठेले लगवाने और उनमें वसूली की जांच कराएंगे | अवैध वसूली कराने वालों में यदि नगर-निगम का कोई भी अधिकारी –कर्मचारी शामिल मिलता है, तो उस पर भी अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी |
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