भोपाल : 15/10/2024 : केंद्र द्वारा शहर में मौजूद 15 साल पुराने डीजल और पेट्रोल वाहनों को सड़कों से हटाकर स्क्रैप करने के आदेश जारी किए गए हैं, इसके बाद भी शहर में 35 से 40 साल पुराने कंडम वाहन मौजूद हैं | जिससे सड़कों पर जाम की स्थिति लगातार बनी रहती है समस्या गंभीर होने के बाद भी जिला प्रशासन, ट्रैफिक पुलिस और नगर-निगम द्वारा इन पर कार्यवाही नहीं की जा रही है | नगर-निगम के अतिक्रमण अमले द्वारा 2017 में किए गए सर्वे के बाद पुराने और नए भोपाल के कई क्षेत्रों में 25 हज़ार से अधिक कंडम वाहन चिन्हित किए गए थे | वर्तमान में इनकी संख्या 28 हज़ार के करीब है इन वाहनों में मुख्य रूप से 30 से 40 साल पुरानी जीप, कार, भटसुअर और ट्रक जैसे वाहन हैं | शहर के कई क्षेत्रों में जगह-जगह खड़े इन वाहनों से सड़कों पर वाहनों के आवागमन में दिक्कत पैदा होती है | पुराने वाहन नए और पुराने भोपाल में दोनों ही जगह हैं, लेकिन पुराने भोपाल में इनकी संख्या अधिक है | दरअसल, पुराने शहर के कई इलाकों में मैकेनिक दूसरे राज्यों से पुराने वाहनों को भोपाल लाकर मॉडिफ़ाइड करवाते हैं, अधिकतर मैकेनिकों के पास जगह न होने के कारण वह वाहनों को सड़क पर ही खड़ा कर देते हैं इसी के कारण जाम की स्थिति बनती है | बीते साल तो ट्रैफिक पुलिस द्वारा भी ऐसे वाहनों को हटाने के लिए नोटिस जारी करने की बात कही गई थी, लेकिन अब तक कोई कार्यवाही नहीं हो सकी है |
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