भोपाल : 26/10/2024 : जेपी अस्पताल की व्यवस्थाएं इस कदर गड़बड़ा गई हैं कि मरीजों की जान पर संकट मंडराने लगा है | दरअसल यहां एक साल से बंद पड़ी पेरिटोनियल डायलिसिस की सुविधा ने मरीजों को परेशानी और आर्थिक तंगी का शिकार बना दिया है | जेपी अस्पताल को पीएम केयर फंड से 18 लाख रु. मिलने के बाद भी यहां पेरिटोनियल डायलिसिस की सुविधा मरीजों को नहीं मिल पा रही है जिस कारण मरीजों को बाहर से सामान खरीदकर डायलिसिस कराना पड़ रहा है | इन मरीजों की लिस्ट में पुष्पा भाटिया, नवीन सिंह, कृष्ण कुमार विश्व कर्मा, आशा कामेश्वर सहित कई मरीज शामिल हैं | जो यहां की डायलिसिस सुविधा बंद होने से काफी परेशान हैं | गौरतलब है कि एक बार की डायलिसिस के सामान में 1380 रु. का खर्च आता है | कई मरीजों का बजट इतना नहीं होता कि वह बाहर से सामान खरीद सकें लेकिन अपनों की जान बचाने के लिए उन्हें बाहर से सामान खरीदकर डायलिसिस कराना पड़ता है जिस कारण वह आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं | इधर डायलिसिस के सामान की खरीदी के टेंडर में गड़बड़ी की आशंका जताई जा रही है, क्योंकि टेंडर दिए जाने के बाद भी अब सामग्री सप्लाई नहीं हो पा रही है | हालांकि, हाल ही में सिविल सर्जन ने सप्लायर को नोटिस जारी किया है |
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